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सोमवार, 20 अक्टूबर 2025

"छत्तीसगढ़ी भाषा हमर संस्कृति ला बचाए बर काबर जरूरी हे" ए विषय के विश्लेषण प्रस्तुत करत हंव: मोर विचार ल पढ़ लो संगवारी हो..!

 

छत्तीसगढ़ी भाषा: हमर संस्कृति के आत्मा हरे, हमर अधिकार हे, हमर जिम्मेदारी घलो हे!

छत्तीसगढ़ी भाषा सिरिफ बात करे के जरिया नइ, ए हमर पहिचान, परंपरा, लोककला, अउ सामाजिक संबंध के गहिरा जड़ आय। जब भाषा जिंदा रहिथे, त संस्कृति घलो जिंदा रहिथे। ऐ सेती छत्तीसगढ़ी भाषा ला बचाए अउ बढ़ाए बर काम करना बहुत जरूरी हे। छत्तीसगढ़ के निवासी हन एकरसेती छत्तीसगढ़ी भाषा के सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करें के जिम्मेदारी हरम आय ! जेनला हमला पूरा करना हे।

🌾 1. संस्कृति के वाहक अऊं आधार हे मोर छत्तीसगढ़ी भाषा!

छत्तीसगढ़ी म लोकगीत, कहिनी, बइठका, नाचा, करमा, सुआ, पंडवानी जइसन परंपरा हावय। ए सब म हमर भाषा के मिठास अउ भाव छिपे रहिथे। अगर भाषा कमजोर हो जाही, त ए परंपरा मन घलो धीरे-धीरे मिट जाही। एंकर सेती हमला समय रहित ले छत्तीसगढ़ी भाषा के सर्वांगीण विकास करे बर पहल करे पढ़ई हमर छत्तीसगढ़ी भाषा ला महत्व देय का पढ़ई!

👪 2. सामाजिक जुड़ाव के जरिया मोर छत्तीसगढ़ी भाषा!

गांव-गांव म लोग छत्तीसगढ़ी म अपन भावना, दुख-सुख, परामर्श, अउ अपन अनुभव बांटथें। छत्तीसगढ़ी भाषा म अपनापन हे, जेन मनखे ला एक-दूसर संग जोड़े रखथे। हमन दुनिया के कोनो भी कोना रहान हमर संस्कृति से हमला छत्तीसगढ़ी भाषा ही जोड़थे! हमर छत्तीसगढ़ महतारी के माटी के महक हमर अंदर जिंदा रखते!

📚 3. शिक्षा अउ जागरूकता म उपयोगी हे मोर छत्तीसगढ़ी भाषा!

अगर सरकारी योजना, अधिकार, कानून, अउ जानकारी छत्तीसगढ़ी म मिलही, त आम जनता जल्दी समझ सकही। ए भाषा म प्रशिक्षण, पोस्टर, वीडियो बनाके जनजागरूकता बढ़ाय जा सकथे। एखरे सेती हमन छत्तीसगढ़ी भाषा प्रचार प्रसार अभियान चलाकर अपन योगदान देत हन अऊ मोर छत्तीसगढ़ महतारी के आत्मा छत्तीसगढ़ी भाषा ला सरकारी कामकाज के भाषा बनाये बर समर्पित होकर काम करत हन।

🧠 4. बच्चा मन के सीखई म मददगार हे मोर छत्तीसगढ़ी भाषा!

बच्चा मन अपन माई-दादी के बोली म ये दुनिया ला समझे के शुरवात करथे एखर सेती लइका मन के पढ़ई ला छत्तीसगढ़ी मा समझाओ, त ओमन जल्दी समझथें, अपन संस्कृति संग जुड़थें, अउ लैका मन मा आत्मविश्वास बढ़थे। एकर सेती जरूरी हे कि प्रारंभिक शिक्षा मा छत्तीसगढ़ी भाषा होना चाहिए..!

🎭 5. मोर मनोभावना से संवाद मोर छत्तीसगढ़ी भाषा करथे!

छत्तीसगढ़ी भाषा ल महत्व देय के मंच मा हमर संस्कृति और लोककला के विस्तार होथे लोककला अउ रचनात्मकता के विकासछत्तीसगढ़ी म कविता, कहानी, नाटक, गीत लिखे जाथे। ए भाषा कलाकार मन ला अपन भाव प्रकट करे के मंच देथे।

🛡️ 6. छत्तीसगढ़ के अस्तित्व मोर छत्तीसगढ़ी भाषा बचा सकता हे!

भाषा बचाना मतलब संस्कृति बचाना हे अगर हमन छत्तीसगढ़ी ला स्कूल, मीडिया, सरकारी काम म जगह देबो, त हमर संस्कृति ला घलो सम्मान मिलही। भाषा के संरक्षण मतलब पीढ़ी दर पीढ़ी अपन परंपरा के जिंदा रखे के है। हम दुसर भाषा ला शिक्षण संस्थान मा जगह दें हन अऊं हमर छत्तीसगढ़ी ले अपन लइका मन से दूर कर दे हन। एखर सेती लइका मन मोर छत्तीसगढ़ी भाषा से दूर होत जात हे जो व्यथनीय हे 

✊ मोर मानना है गा,:

छत्तीसगढ़ी भाषा ला बचाना, बढ़ाना अउ सम्मान देना हमर जिम्मेदारी हे। ए सिरिफ बोली नइ, ए हमर आत्मा, हमर इतिहास, अउ हमर भविष्य आय। जब तक छत्तीसगढ़ी बोलाय जाथे, तब तक हमर संस्कृति के दीप जलत रहिथे।

संगवारी हो… मोर संग चलो..! 

हमन मन मिलके जनजागरूकता पोस्टर, वीडियो स्क्रिप्ट, लेख सामग्री घलो सोशल मीडिया में डालत जाबो– आऊं "छत्तीसगढ़ी के विकास प्रचार प्रसार अभियान" मा अपन योगदान देत जाबो "हमर बोली, हमर शान आय"। बतावव, मोर साथ देवों ना अप मन? मोर संग चलाओ ना आप मन?

मेह मोर महतारी भाखा बर समर्पित हूं गा मोर साथ आप मन भी देव गा! अमोल मालूसरे


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